June 27, 2012
यही "सच्चा प्यार" है
जिसे चाहना और उसे पाना वो "अहम्" है जिसे चाहा नहीं... उसे पाना वो "समझोता" है जिसे चाहा है उसे पाने की इच्छा रखना वो "उम्मीद" है जिसे चाहा उसे ना पाना वो "तक़दीर" है जिसे हम चाहते है मगर वो हमारा हो नहीं सकता ये मालूम है फिर भी उसे पाने की चाह रखना यही चाहत है... यही "सच्चा प्यार" है.....!!!!
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment